नई दिल्ली: भारत के प्रमुख अस्पताल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान – दिल्ली (AIIMS) के वेब पोर्टल का सर्वर बुधवार, 23 नवंबर, 2022 को एक कथित रैंसमवेयर हमले के कारण डाउन हो गया, चिकित्सा संस्थान ने मैन्युअल प्रवेश के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए, ताकि इससे निपटा जा सके। रैंसमवेयर हमला। साइबर हमले का उद्देश्य भारत की चिकित्सा सेवाओं को ठप करना था। कथित तौर पर, साइबर हमले के कारण स्मार्ट लैब, बिलिंग, रिपोर्ट जनरेशन और अपॉइंटमेंट सिस्टम सहित आउट पेशेंट और इनपेशेंट डिजिटल अस्पताल सेवाएं प्रभावित हुई थीं। हालांकि, ताजा मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार, सर्वर के बहाल होने तक मरीजों का प्रवेश, डिस्चार्ज और स्थानांतरण मैन्युअल रूप से किया जाएगा।
आज के डीएनए में ज़ी न्यूज़ के रोहित रंजन भारत के सबसे बड़े अस्पताल एम्स पर हुए बड़े साइबर हमले के कारणों का विश्लेषण करेंगे।
#डीएनए: एम्स पर साइबर अटैक की ‘इंवेस्टिगेशन रिपोर्ट’#एम्स #अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली @irohitr @varun_reporter pic.twitter.com/aIjP8Jljvj– ज़ी न्यूज़ (@ZeeNews) 25 नवंबर, 2022
एम्स पर साइबर हमले को रैंसमवेयर कहा जाता है। आमतौर पर देखा जाता है कि जब भी रैंसमवेयर अटैक होता है तो वह किसी कॉरपोरेट संस्थान या संवेदनशील जानकारी वाली सरकारी वेबसाइट होती है। साइबर अपराधी इस जानकारी के बदले में फिरौती की मांग करते हैं।
किसी भी डेटा के बदले फिरौती मांगने के लिए अस्पताल में साइबर अटैक किया जा सकता है। हालांकि माना जा रहा है कि यह साइबर हमला किसी देश ने जानबूझकर भारत के सबसे बड़े अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित करने के लिए किया है। ताकि देश में अराजकता का माहौल बना रहे।
एम्स पर साइबर हमला अब तक का सबसे बड़ा हमला है लेकिन पिछले कई सालों से न केवल भारत बल्कि कई अन्य देशों में स्वास्थ्य सेवाओं पर साइबर हमले हो रहे हैं.
विस्तृत विश्लेषण के लिए आज का DNA देखें।
एम्स में हुई ‘डिजिटल धोखाधड़ी’! देखिए #डीएनए लाइव @irohitr के साथ
+ एम्स पर साइबर अटैक की ‘इंवेस्टिगेशन रिपोर्ट’
+ रत्न कलाकारों की ‘बेनूर लाइफ’ का डीएनए टेस्ट https://t.co/RILmtgY5h4– ज़ी न्यूज़ (@ZeeNews) 25 नवंबर, 2022